वाक्य किसे कहते हैं । वाक्य के भेद, परिभाषा, उदाहरण

आज का विषय है वाक्य, तो आइए जानते हैं वाक्य किसे कहते हैं इसके कितने भेद हैं? वाक्य बहुत ही साधारण सी चीज है जो हम रोजाना किसी भी बात को बताने के लिए उपयोग करते हैं। हम बहुत से वाक्य का गलत उपयोग भी करते हैं इसलिए वाक्य को समझ कर सही तरीके से उपयोग करना हमारे विवेक पर निर्भर करता है। प्रत्येक वाक्य का एक सही अर्थ होता है यदि हम किसी भी वाक्य का गलत उपयोग करते हैं तो उस बात का अर्थ भी गलत होता है।

वाक्य की परिभाषा- शब्दों के एक सार्थक समूह को वाक्य कहते हैं। सार्थक का मतलब होता है अर्थ रखने वाला। यानी शब्दों का ऐसा समूह जिसमें से कोई अर्थ निकल रहा हो वह वाक्य कहलाता है। अगर हम इसे आसान शब्दों में कहें तो सार्थक शब्द या शब्दों का वह समूह जिसमें वक्ता का भाव स्पष्ट हो जाए वाक्य कहलाता है।

वाक्य के भेद- वाक्य भेद दो तरह से किए जा सकते हैं पहला है अर्थ के आधार पर वाक्य भेद और दूसरा है रचना के आधार पर वाक्य भेद।

अर्थ के आधार पर वाक्य भेद अर्थ के आधार पर वाक्य के आठ भेद होते हैं-

1 विधानवाचक वाक्य 

2 निषेधवाचक वाक्य 

3 प्रश्नवाचक वाक्य

4 विस्मयादिवाचक वाक्य 

5 आज्ञा वाचक वाक्य

6 इच्छा वाचक वाक्य

7 संकेत वाचक वाक्य

8 संदेहवाचक वाक्य

विधानवाचक वाक्य- इस वाक्य से हमें किसी प्रकार की जानकारी प्राप्त होती है वह विधानवाचक वाक्य कहलाता है। उदाहरण के लिए:- 

भारत एक देश है। 

राम के पिता का नाम दशरथ है। 

मोहन केंद्रीय विद्यालय में पढ़ता है। बिहार की राजधानी पटना है। ताजमहल विश्व का आठवां अजूबा है।

निषेधवाचक वाक्य- जिन वाक्यों से हमें यह पता चलता है कि कार्य अभी पूर्ण नहीं हुआ है वह निषेधवाचक वाक्य कहलाता है। उदाहरण के लिए:-

मैंने खाना नहीं खाया।

रवि स्कूल नहीं गया।

राम ने दूध नहीं पिया।

सीता ने रोटी नहीं बनाई।

उसने स्कूल का ग्रह कार्य पूरा नहीं किया।

प्रश्नवाचक वाक्य- वह वाक्य जिसमें हमें यह पता चलता है कि इसमें किसी प्रकार का प्रश्न किया जा रहा है वह प्रश्नवाचक वाक्य कहलाता है। उदाहरण के लिए:-

भारत की राजधानी क्या हैं ?

फलों का राजा कौन है?

तुम्हारा स्कूल कहां है?

उसके पिता का क्या नाम है?

दशरथ कहां के राजा हैं?

आज्ञावाचक वाक्य- वह वाक्य जिसके द्वारा किसी भी प्रकार की आज्ञा दी जाती है या प्रार्थना किया जाता है वह आज्ञावाचक वाक्य कहलाता है।

उदाहरण के लिए:-  

कृपया बैठ जाइए।

शांत रहिए।

कृपया भोजन ग्रहण कीजिए।

बैठिए।

यहां बैठो।

विस्मयादिवाचक वाक्य वाक्य-  वह वाक्य जिससे हमें किसी प्रकार की गहरी अनुभूति का प्रदर्शन होता है वह विस्मयादिवाचक वाक्य कहलाता है।

उदाहरण के लिए:-

आहा! कितना सुंदर उपवन है।

ओह! कितना घना अंधेरा है।

वाह! हम जीत गए।

ओह! कितनी ठंडी रात है।

आह! कितनी सुंदर गाड़ी है।

इच्छावाचक वाक्य- जिन वाक्यों से हमें यह पता चलता है कि इसमें किसी इच्छा आकांक्षा या आशीर्वाद का बोध हो रहा है उसे हम इच्छावाचक वाक्य कहते हैं। उदाहरण के लिए:-

भगवान तुम्हारी उम्र लंबी करें।

नया साल मुबारक हो।

ईश्वर करे सब ठीक हो।

भगवान करे तुम्हारा काम सफल हो।

सदा सुहागन रहो।

संकेतवाचक वाक्य-  वे वाक्य जिससे हमें एक क्रिया का दूसरी क्रिया पर निर्भर होने का बोध हो उसे वाक्य संकेतवाचक वाक्य कहलाते हैं।

उदाहरण के लिए:-

अगर आज तुम जल्दी उठ जाते तो स्कूल के लिए देर नहीं होते।

अगर बारिश अच्छी होगी तो फसल भी अच्छी होती।

अगर तुम परिश्रम करते तो आज सफल होते।

अगर श्याम थोड़ा तेज चलता तो उसकी बस नहीं छूटती।

संदेहवाचक वाक्य- ऐसे वाक्य जिससे हमें किसी प्रकार के संदेश या संभावना होने का बोध हो उन्हें हम संदेहवाचक वाक्य कहते हैं।

उदाहरण के लिए:-

शायद आज बारिश हो।

संभवत वह सुधर गया होगा।

शायद मोहन मान जाए।

शायद आज सीमा पढ़ाई कर ले।

शायद वह अभी तक नहीं पहुंचा हो।

अब हम रचना के आधार पर वाक्य के भेद के बारे में जानेंगे। रचना के आधार पर वाक्य के तीन भेद होते हैं।

1 सरल वाक्य

2 संयुक्त वाक्य

3 मिश्रित वाक्य

सरल वाक्य- ऐसा वाक्य जिसमे एक ही क्रिया एवं एक ही कर्ता होता है, या जिस वाक्य में एक ही उद्देश्य , या एक ही विधेय होता है वह वाक्य सरल वाक्य कहलाते हैं।

उदाहरण के लिए:- 

संगीता चलती है। 

राम पढ़ाई करता है।

विष्णु भागता रहता है।

रोहन खेलता है।

प्रीति दौड़ती है।

संयुक्त वाक्य-  जिस वाक्य में दो या दो से अधिक उपवाक्य हो एवं सभी उपवाक्य प्रधान हो ऐसे वाक्य को संयुक्त वाक्य कहते हैं।

उदाहरण के लिए:- 

मैंने बहुत तेज दौड़ लगाई फिर भी ट्रेन को नहीं पकड़ सका।

प्रिय बोलो पर असत्य नहीं।

वह सुबह गया और शाम को लौट आया।

मैंने बहुत परिश्रम किया इसलिए सफल हो गया।

दिन ढल गया और अंधेरा बढ़ता गया।

मिश्र वाक्य- ऐसे वाक्य जिनमें सरल वाक्य के साथ साथ कोई दूसरा उपवाक्य भी हो वह मिश्र वाक्य कहलाते हैं।

उदाहरण के लिए:- 

यदि परिश्रम करोगे तो उत्तीर्ण हो जाओगे।

जो लड़का कमरे में बैठा है वह मेरा भाई है।

मैं जानती हूं तुम्हारे अक्षर अच्छे नहीं बनते।

जो बच्चा बाहर खेल रहा है वह मेरा भतीजा है।

अंतिमविचार

हमने आपको वाक्य के बारे में यथासंभव जानकारी देने का प्रयास किया है। अगर आपको पसंद आए तो कृपया शेयर लाइक और कमेंट करना ना भूलें। धन्यवाद।

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